पलेरा
तहसील से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत परा में ठेकेदारों द्वारा नल जल योजना के नाम सिर्फ कागजों की पूर्ति की गई है ना तो ग्रामीणों को पानी मिल रहा है सर प्रशासन की योजनाओं का नाम ही बन गया है जगह-जगह पाइप निकलने के कारण एवं सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है ग्रामीण के लोगों ने बताया कि इस सड़क में करीब-करीब कई लोग लूले लंगड़े हो चुके हैं ना तो इस पर शासन का कोई ध्यान है ना ही प्रशासन का इस पर कोई ध्यान है।
जब हमारे मीडिया कर्मचारी वहां पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने अपना अपना दुख प्रकट किया और कहा गया कि ना तो कोई देखने वाला है ना ही कोई अधिकारी आता है अगर ठेकेदारों से बात की गई थी उसी टाइम तो जान से मारने की भी धमकी दी गई थीं।
आज ग्राम पंचायत मैं जैसे ही मीडिया वाले पहुंचे तो लोगों ने दिखाया गांव का हाल शासन की योजनाएं कागजों में ही भली-भांति चल रही है लेकिन जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर दिखाई दे रहा है ऐसे ही आज ग्राम पंचायत परा में ठेकेदार की मनमानी देखने को मिली गांव के लोगों ने शासन प्रशासन से की मांग जगह जगह ठेकेदारों द्वारा पानी की टंकी का 3 साल पहले निर्माण कार्य किया गया था जिससे ठेकेदार के द्वारा हर गलियों में मशीनों के द्वारा सीसी को जगह जगह खुद दिया गया है लोगों को निकलने में होती है परेशानी बच्चों को स्कूल जाने में होती है कठिनाइयां राहगीरों को निकलने में हो रही है परेशानी और गांव के ही लोगों ने ठेकेदार से कई बार इसकी शिकायत की तो ठेकेदार द्वारा जान से मारने की दी जाती है धमकी पारा गांव गंदगी का बना हुआ है भंडार जिससे गांव के लोगों में दिखी नाराजगी शासन की किसी प्रकार की योजना का ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है लाभ जिससे लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है।