इंदौर
शहर में अब एक साथ 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाया जाएगा। यह कन्वेंशन सेंटर सुपर कारिडोर पर बनाने की योजना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस) के समापन सत्र में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आइडीए को यह लक्ष्य दिया है। शहर में अब प्रवासी भारतीय सम्मेलन जैसे बड़े आयोजन हो रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंदौर की पहचान का दायरा भी बढ़ने लगा है। ऐसे में इंदौर में बड़े कन्वेंशन सेंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
स्वयं मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कहा कि अब यह जगह छोटी पड़ने लगी है। हमें बड़े कन्वेंशन सेंटर की जरूरत है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद इंदौर का दृष्टिकोण और व्यापक हुआ है।
राज्य सरकार मान चुकी है कि बड़े आयोजनों के लिए इंदौर से बेहतर जगह नहीं है। इसलिए यहीं पर और सुविधाओं का विस्तार किया जाए। आइडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार 10 हजार की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाने की तैयारी शुरू की जाएगी। सुपर कारिडोर पर जगह चिह्नित करने और प्लान बनाने के लिए कंसल्टेंट नियुक्त किया जाएगा।
अहम निर्णय के पीछे तीन कारण
1- शहर में अब प्रवासी भारतीय सम्मेलन जैसे बड़े आयोजन हो रहे
2- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंदौर की पहचान का दायरा भी बढ़ रहा
3- इंदौर से बेहतर जगह और कहीं नहीं, यहां बड़े कन्वेंशन सेंटर की जरूरत
आइडीए ने शुरू की तैयारी
– 10 हजार लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाया जाएगा
– सुपर कारिडोर पर जगह चिह्नित करने व प्लान के लिए कंसल्टेंट नियुक्त होगा