मंदसौर
मध्यप्रदेश की राजनीति में एक अलग ही घटनाक्रम सामने आया है। यहां पर ग्राम पंचायत चुनाव जीतकर उपसरपंच बनी महिला के स्थान पर उसके पति ने शपथ ले ली। इस घटनाक्रम को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति उठाई और कलेक्टर के साथ-साथ जिला पंचायत सीईओ को शिकायत कर दी। जांच के बाद नियमों के विपरीत शपथ दिलाए जाने के मामले में पंचायत सचिव को प्रशासन ने निलंबित कर दिया है।
पूरा मामला मंदसौर जिले के सीतामऊ विकासखंड के ग्राम पंचायत महुवी का है। महुवी में उपसरपंच पद पर मधुबाला फरक्या चुनी गई थी लेकिन उसका पूरा काम पति कैलाशचंद्र फरक्या ही देखता है। इस तरह की घटनाएं पूर्व में उजागर होने के बाद शासन के स्पष्ट निर्देश है कि बैठकों में सिर्फ निर्वाचित प्रतिनिधि ही भाग ले सकते हैं, उनके प्रतिनिधि नहीं।
वर्ष 2022 में तीन अगस्त को महुवी में उपसरपंच पद के लिए निर्वाचित मधुबाला के बजाय उसके पति कैलाशचंद्र फरक्या ने शपथ ली थी। इस मामले की शिकायत होने के बाद मामले में जनपद पंचायत सीईओ ने जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। उक्त रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत के सीईओ ने पंचायत सचिव कैलाश महाजन को निलंबित कर दिया है।
उपसरपंच ने बताया शिकायत को झूठा
इस पूरे मामले में उपसरपंच मधुबाला ने बताया कि मैं स्वयं ग्राम पंचायत के सारे कार्यक्रमों में उपस्थित रहती हूं। जो आरोप लगाया जा रहा है, वह गलत है। उपसरपंच के पति कैलाशचंद्र ने शिकायत को राजनीतिक द्वेषपूर्ण और झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता तेजपाल सिंह से पहले मैं खुद सरपंच था। इसके बाद तेजपाल सिंह सरपंच बन गया। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण वह इस प्रकार की झूठी शिकायत कर रहे हैं।