जबलपुर
आदिवासी संस्कृति और आदिवासी नायकों को सामने लाने की दिशा में काम कर रही देश और प्रदेश की सरकार ने इस दिशा में एक और कदम उठाया है। इस वर्ष नवंबर के पहले देश के जन नायक महान क्रांतिकारी योद्धा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित फिल्म का निर्माण शीघ्र होने जा रहा है। इसके लिए कलाकरों के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और संभवत: मार्च और अप्रैल के बीच में शूटिंग भी शुरू हो जाएगी। फिल्म के लेखन और निर्देशन की जिम्मेवारी छत्तीसगढ़ के जाने-माने निर्देशक हीरा मानिकपुरी को दी गई है।फिल्म की शूटिंग बस्तर और सरगुजा में मार्च महीने से प्रारंभ होगी।
दिखेगी प्रदेश की आदिवासी झलक
इस फिल्म में देश के साथ प्रदेश के आदिवासी अंचलों की झलक देखने भी मिलेगी। इसके लिए मंडला-डिडोरी, बालाघाट-बस्तर की लोकेशन देखी जा रही है। वास्तविकता के तहत फिल्म में आदिवासी कलाकारों को जगह दी जाएगी। फिल्म में झारखंड के कुछ कलाकार भी अभिनय करते हुए दिखेंगे। निर्माता खेमराज बाकरे एवं निर्देशक हीरा मानिकपुरी फिल्म के साहित्यिक पहलू पर विमर्श में जुट गए हैं।
दिखेगी जननायक की छवि
ज्ञात हो कि बिरसा मुंडा के भारत देश की आादी में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। भगवान बिरसा मुंडा ऐसे जन नायक थे, जिन्होंने देश के आदिवासी समुदाय को एकत्रित होने और अपनी धरती अपनी संस्कृति अपनी आादी के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी। उनके नेतृत्व में एक बहुत बड़ा आंदोलन हुआ था, जिसके परिणाम स्वरुप अंग्रेजों को पीछे हटना पड़ा था। मप्र और छत्तीसगढ़ भी आदिवासी बहुल प्रदेश है। यहां भी उनका प्रभाव देखा जा सकता है। आदिवासी समाज के लिये भगवान बिरसा मुंडा एक आदर्श हैं।
निर्माता खेमराज बाकरे एवं निर्देशक हीरा मानिकपुरी ने बताया कि बिरसा मुंडा के भारत देश की आादी में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता । भगवान बिरसा मुंडा ऐसे जन नायक थे, जिन्होंने देश के आदिवासी समुदाय को एकत्रित होने और अपनी धरती अपनी संस्कृति अपनी आादी के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी। उनके नेतृत्व में एक बहुत बड़ा आंदोलन हुआ था, जिसके परिणाम स्वरुप अंग्रेजों को पीछे हटना पड़ा था। हमारा छत्तीसगढ़ भी आदिवासी बहुल प्रदेश है। यहां भी उनका प्रभाव देखा जा सकता है।