बीजेपी ने मांगा ममता बनर्जी से इस्तीफा, सीएम का जवाब- पहले पीएम मोदी से मांगे

कोलकाता
 पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक ने मंगलवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में बलात्कार रोधी विधेयक पेश किया।इस विधेयक पर करीब दो घंटे चर्चा होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक शिखा चटर्जी और अग्निमित्रा पॉल के अलावा विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी चर्चा में भाग ले सकते हैं।

अपराजिता बिल पेश करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। चर्चा के दौरान बीजेपी की नारेबाजी पर ममता भड़क गईं और यूपी समेत अन्य राज्यों में हुईं रेप की घटनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी से इस्तीफा मांगने की सलाह दे डाली।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर की मौत पर दुख जाहिर करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। अब केस सीबीआई के हाथ में है। अब हमें सीबीआई से इंसाफ चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है। सीएम ने दावा किया कि यह एक ऐतिहासिक बिल है और भारतीय न्याय संहिता से ज्यादा कठोर है। यह कानून लागू कराएंगी, जिसे इतिहास याद रखेगा।

विधायी मामलों के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्ता पक्ष की तरफ से चर्चा में भाग लेंगी।

विधेयक के मसौदे में बलात्कार पीड़िता की मौत होने या उसके स्थायी रूप से अचेत अवस्था में चले जाने की सूरत में ऐसे दोषियों के लिए मृत्युदंड के प्रावधान का प्रस्ताव किया गया है।

इसके अतिरिक्त, मसौदे में प्रस्ताव किया गया है कि बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के दोषी व्यक्तियों को आजीवन कारावास की सजा दी जाए।

‘अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून एवं संशोधन) विधेयक 2024’ शीर्षक वाले इस प्रस्तावित कानून का उद्देश्य बलात्कार और यौन अपराधों से संबंधित नये प्रावधानों को शामिल करके महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा मजबूत करना है।

कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पिछले महीने एक चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के बाद सोमवार को विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया।

ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी
बिल पेश करने के दौरान बीजेपी के सदस्यों ने ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी की। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पहले पीएम मोदी इस्तीफा मांगें। बिल पर चर्चा के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप की घटना हुई, तब वह झारग्राम में थी। उन्होंने बताया कि घटना के बाद उन्होंने 12 अगस्त को पीड़ित परिवार से बात की थी और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। सीएम ने दावा किया कि उन्होंने इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश की, मगर हाई कोर्ट ने यह मामला सीबीआई को सौंप दिया। उन्होंने कहा कि अब वह रेप के दोषियों के लिए मौत की सजा चाहती हैं। इस बिल के पेश करने से पहले नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने संशोधन की मांग की। इसके जवाब में सीएम ने राज्यपाल से इस पर साइन करने की डिमांड रख दी। उन्होंने दावा किया कोलकाता शहर महिलाओं के लिए सेफ है और यह रिपोर्ट केंद्र सरकार ने दी है।

अपराजिता बिल को लेकर ममता ने क्या कहा?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अपराजिता बिल महिला उत्पीड़न और बलात्कार जैसे मामलों में सख्त सजा सुनिश्चित करेगा। इसके तहत अपराजिता टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा, जिसमें प्रारंभिक रिपोर्ट के 21 दिनों के भीतर सजा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सचिव को यात्रा के दौरान नर्स और महिला डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए मैंने 120 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। हर जगह CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। जहां टॉयलेट नहीं है, वहां इसकी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा 'रात्रि साथी' का भी प्रावधान किया है, जिसमें तय किया गया है कि महिलाएं 12 घंटे ड्यूटी करेंगी। विधानसभा से यह बिल पास होने के बाद राज्यपाल के पास जाएगा, उनकी मंजूरी के बाद राष्ट्रपति के पास जाएगा। राष्ट्रपति के साइन होते ही यह इतिहास बन जाएगा। हर राज्य इस मॉडल को अपनाएगा। प्रधानमंत्री ये नहीं कर पाए, इसलिए हम ये कर रहे हैं।

 

 

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