भोपाल
रानी कमलापति स्टेशन से सुभाष नगर तक 4 किमी के मेट्रो रूट पर वाया डक्ट के सिविल वर्क का काम 90 फीसदी तक हो गया है। इस माह वाया डक्ट का काम पूरा हो जाएगा और स्टेशन भी इतने तैयार हो जाएंगे कि वहां से यात्री मेट्रो में बैठ सकें। ट्रैक और सिग्नल का काम मार्च में शुरू हो जाएगा। मेट्रो का कोच बेंगलुरू में बन रहा है। इस साल सितंबर में मेट्रो के ट्रायल को सुनिश्चित करने के लिए वाया डक्ट के साथ स्टेशन और डिपो का काम तेजी से चल रहा है।
डिपो के काम में भोपाल थोड़ा पीछे
भोपाल और इंदौर में 2018 में वाया डक्ट के सिविल वर्क शुरू हुआ था। भोपाल में यह काम 90 प्रतिशत तक हो गया है। केवल 10 पिलर का काम अंतिम चरण में है। इंदौर में वाया डक्ट का काम 70 प्रतिशत ही हुआ है। वाया डक्ट के ऊपर ही ट्रैक बिछेगा। स्टेशन की बात करें तो भोपाल में सुभाष नगर और डीबी मॉल स्टेशन ट्रैक हाइट यानी 12 मीटर तक आ गए हैं। इन स्टेशन पर एंट्री एंड एिक्जट का काम भी लगभग पूरा हो गया है। इंदौर में यह दोनों काम अभी पिछड़े हुए हैं। डिपो के काम में जरूर भोपाल थोड़ा पीछे है, क्योंकि बरसात के मौसम में सुभाष नगर डिपो की साइट पर पानी भर गया था। अभी ट्रैक एंट्री का काम चल रहा है। कंट्रोल बिल्डिंग की छत डल रही है। लोडिंग अनलोडिंग वे का काम चल रहा है। इंदौर में डिपो का काम भोपाल के मुकाबले दस फीसदी अधिक है।
बिजली लाइन बिछाने का काम भी तेज
मेट्रो के लिए बिजली लाइन बिछाने का काम भी लगभग 70 फीसदी हो गया है। गोविंदपुरा से सुभाष नगर तक बिजली लाइन बिछाने के बाद ही सिग्नलिंग और इलेक्ट्रिकल के दूसरे काम शुरू हो सकेंगे। इस माह इसका काम पूरा होने के बाद मार्च से ट्रैक और सिग्नलिंग का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए कंपनी अगले महीने भोपाल आ जाएगी ताकि तैयारियां पूरी की जा सकें।