भोपाल
साइबर अपराधियों के निशाने पर महिलाएं और बच्चे हैं। प्रदेश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी और महिलाओं के आपत्तिजनक वीडियो के मामलों में दो साल में 60 हजार के करीब शिकायतें प्रदेश साइबर पुलिस में दर्ज हुई है। यह आंकड़ा हर साल तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। इसमें से कुछ के आरोपी पकड़ जा चुके हैं, जबकि कुछ मामलों के आरोपी पुलिस पकड़ से अब भी दूर हैं। सूत्रों ने बताया कि साइबर अपराधियों का मुख्य फोकस लोगों के पैसे और चाइल्ड पोर्नोग्राफी और महिला अश्लील वीडियो को प्रसारित करने पर है। अपराधी उच्च स्तर के विभिन्न सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हैं और व्यक्ति की तस्वीर को मॉर्फ कर रहे हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। सेक्सटॉर्शन अपराधियों के लिए पैसा कमाने का एक नया जरिया बनकर उभरा था।
हर दिन 237 शिकायतें हो रही दर्ज
कोविड महामारी के दौरान साइबर अपराधियों द्वारा आॅनलाइन धोखाधड़ी, डेटा के दुरूपयोग और रैनसम वेयर हमलों के मामलों ने महामारी का रूप ले लिया था। प्रदेश में वर्ष 2022 में, राज्य के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हर दिन साइबर अपराध से संबंधित कम से कम 237 शिकायतें दर्ज की गई । इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक साइबर अपराध वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित हैं और बाकी मानहानि, साइबर स्टॉकिंग और अन्य से संबंधित हैं। जालसाजों द्वारा लोगों को ठगने का चलन लोन धोखाधड़ी, लॉटरी, नौकरी, बीमा, आॅनलाइन उपहार और अन्य आकर्षक प्रस्तावों के आसपास चला जाता है।
ऐसे बढ़ा ग्राफ
वर्ष शिकायतें
2019 4436
2020 32,890
2021 39,258
2022 86,604
वीकेंड में रहें सावधान
बैंक संबंधित धोखाधड़ी करने वाले सप्ताहांत पर लोगों को निशाना बना रहे हैं, ताकि पीड़ित अपने खाते को बंद करने के लिए बैंक से संपर्क न कर सके। जालसाज गलत सूचना फैला रहे हैं कि सप्ताहांत में बैंक अधिकारी काम नहीं करते हैं, लेकिन वास्तव में आरबीआई के निर्देश के बाद अधिकारी 247 काम करते हैं। साइबर पुलिस इसे लेकर लोगों को जागरुक बनाने का प्रयास भी कर रही है।